वे इतिहास बदल रहे हैं, बदलने दो
हम भविष्य बदल देंगे।
जुल्मी बुर्जुआ को बे-तख्त कर देंगे।
उठो, उठो, ये समय हमारा है,
हो जाए बदलाव का सांझा वादी।
उगेगा नया सूरज, चमकेगी नयी धरा,
हर एक को मिलेगा स्वतंत्रता की पुकार।
हम आगे बढ़ेंगे, सबको साथ लेकर,
उड़ा देंगे तालिबानी संघर्ष की अँधेरी रात।
तिलांग खुद में धड़ल्ले की सांस ले,
उन सत्ताधारियों को दिखा देंगे अपनी औकात।
सियासी खेलों में नहीं रहेगी मशहूरी,
स्वतंत्र जनता बनेगी देश की संगीत सुर।
बुराइयों को मिटा देंगे, लाएंगे न्याय की बारी,
सबको मिलेगी शांति, सबको होगा सम्मान अपार।
न्याय की देवी उठेगी, अधर्म का पट फाड़ेगी,
जनता की आवाज़ में लोग देश को बचाएंगे।
वे इतिहास बदल रहे हैं, बदलने दो,
हम भविष्य बदल देंगे, नयी दुनिया सजाएंगे।
एम के आज़ाद
No comments:
Post a Comment