Tuesday, 15 June 2021

किस किसको कैद करोगे (गजाआडच्या कविता)



लाखो है मुक्ती के पंछी
कैद करोगे किसको
लेकर पिंजरा उड जायेंगे 
खबर न होगी तुझको

इस पिंजरेकी सलाखोंका
लोहा हमने निकाला है
ये लोहा पिघलाने हमने
अपना खुन उबाला है
लोहा लोहेको पहचानेगा, 
फिर क्या होगा समझो
लेकर पिंजरा उड जाएंगे.....

इस पिंजरेकी दिवारोंमे
हमने पसिना बहाया है
इट बनाने सिमेंट बनाने
मिट्टीको भिगोया है
मिट्टी कभी गद्दार न होगी, 
क्या बतलाए तुझको
लेकर पिंजरा उड जाएंगे.....

इस पिंजरेके पुर्जे-पुर्जे
हमे बताते अपने किस्से
कितने मजदूर दफन हुए है
इस पिंजरेकी नीवके निचे
वो मजदूर है साथ हमारे, 
कौन रोकेगा हमको
लेकर पिंजरा उड जाएंगे.....

कैदमे डालो फांसी लगादो
हंटरसे चमडीभी निकालो
न्यायके रस्ते चल पडे है
बांध लगालो कांटे बिछादो
कितना जुलम करेगा जालीम, 
थक जाना है तुझको
लेकर पिंजरा उड जाएंगे.....

-- शा. ढवळा ढेंगळे

#StandwithKkm
#Releseallpoliticalprisoners
#Bk16  ✊✊✊✊

#realeasejyotijagatap
#releasesagargorkhe
#ReleaseRameshGaychor 
#ReleaseAllPoliticalPrisoners

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