बहुसंख्यक सीमांत एवम गरीब किसानों की बदहाली एवम गरीबी से मुक्ति का एक मात्र रास्ता पूंजी के शासन के खिलाफ चलने वाले संघर्ष, समाजवाद के लिये चलने वाले संघर्ष में ही है।
तीन कृषि बिल, नए बिजली कानून के खिलाफ और कृषिउपज के लिये न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी के लिये कानून की मांग के लिये किसानों का फासीवादी मोदी सरकार के खिलाफ चलने वाला आंदोलन पूंजीवाद के दायरे के अंदर फौरी राहत के लिये संघर्ष है।
आप चुप न रहे, आप भी अपना *समर्थन* किसानों को जरूर दे।
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