"पूँजीवादी देशों में सर्वहारा वर्ग की पार्टी का काम है लम्बे कानूनी संघर्ष के जरिये मजदूरों को शिक्षित करना और शक्ति अर्जित करना तथा इस पूँजीवाद को आखिर उखाड़ फेंकने के लिए तैयारी करना! इन सब देशों में पार्लियामेंट को एक मंच के तौर पर इस्तेमाल करने, आर्थिक और राजनैतिक हड़ताल संगठित करने, ट्रेड यूनियन संगठन निर्मित करने और मजदूरों को शिक्षित करने जैसे कानूनसम्मत लम्बे संघर्ष निर्मित करना ही महत्वपूर्ण विषय है!
.... लेकिन क्रांतिकारी अभ्युत्थान या युद्ध तब तक शुरू नहीं करना चाहिए जब तक पूँजीपति वर्ग वास्तव में ही असहाय नहीं हो गया हो और ग्रामीण जनता स्वेच्छा से सर्वहारा को मदद नहीं देने लगी हो"
-माओ-त्से-तुंग(प्रोब्लम्स ऑफ वार एंड स्ट्रेट्जी)
26 December 1893-9 September 1976
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