Friday, 18 September 2020

निजिकरण और मजदूरवर्ग के पास विकल्प



डूबती पूंजीवादी अर्थव्यवस्था में पूरी तरह से विफल  हो चुके निजी क्षेत्र के पूंजीवादी कॉर्पोरेट सेक्टर को बचाने के लिये भारी मात्रा में धन की जरूरत है। यह धन कहाँ से आये? 
सरकार ने इसके लिये सबसे आसान तरीका चुना है-विनिवेश। और इसी लक्ष्य के तहत सरकार एक के बाद एक सरकारी क्षेत्र में अपनी हिस्सेदारी बेच रही है। 
इस निजीकरण का बड़े पैमाने का विरोध किया जारहा है, पब्लिक सेक्टर को 'नेहरू समाजवाद' का अवशेष बताया जा रहा है।लेकिन हमें नही भूलना चाहिये कि पब्लिक सेक्टर की इन कम्पनियो का चरित्र पहले भी पूंजीवादी था, पूंजीवादी हित के लिये ही उनकी स्थापना व्यापक जनता के पैसे से की गई थी। आर्थिक संकट से उबरने का हल इन परिसम्पत्तियों को बेच कर डूबते पूंजीवादी कॉर्पोरेट सेक्टर को बेलआउट से नही, बल्कि मजदूरवर्ग को संगठित प्रयास से राज्यसत्ता अपने हाथ मे ले कर निजीकरण नही बल्कि तमाम कॉर्पोरेट सेक्टर की परिसम्पत्तियों का संपूर्ण सामाजिकरण में है।

मोदी पूंजीपतिवर्ग और उसकी सरकार निजीकरण की तरफ कदम बढ़ा रही है। हम क्या चाहते है? हमारे पास क्या विकल्प है? यथास्थिति या पूर्ण सामाजिकरण! अगर हम सिर्फ यथास्थिति के लिये लड़ रहे है, हम सिर्फ इतना चाहते है कि निजिकरण न हो और हम पूर्ण सामाजिकरण के लिये भी लड़ने को तैयार नही तो हमारी हार पक्की है। मोदी सरकार द्वारा निजिकरण के संदर्भ में उठाय गये कदमो के नीच दिए लिंक देखे और तय करे हमे किस रास्ते जाना है, क्या करना है:
1- 👉बोली लगेगी 23 सरकारी कंपनियों की, निजीकरण का ज़बरदस्त स्वागत

2-👉 28 कंपनियों को बेच रही है मोदी सरकार, संसद में बेशर्मी से बोले मंत्री- घाटा हो या मुनाफ़ा हम तो बेचेंगे

3-👉 विदेशी हाथों में जाएगी दूसरी सबसे बड़ी सरकारी तेल कंपनी भारत पेट्रोलियम?

4-👉 Privatization से पहले BPCL लेकर आया Employees VRS Plan, जानिए क्या है पूरा मामला

5-👉 Railway की बड़ी घोषणा : 151 प्राइवेट ट्रेन चलाने का जारी किया टेंडर

6-👉 ग्वालियर, नागपुर, अमृतसर और साबरमती रेलवे स्टेशन भी बिके! चहेते उद्योगपतियों को सबकुछ बेच देंगे PM मोदी?

7- 👉सरकारी कंपनी BHEL में सरकार अपनी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है.

8-👉विनिवेश प्रक्रिया:कोल इंडिया लिमिटेड और आईडीबीआई बैंक में हिस्सेदारी बेचेगी सरकार, 20 हजार करोड़ रुपए जुटाने की है योजना

9-👉गेल को दो हिस्सों में बांटने के लिए कैबिनेट नोट तैयार, बेचा जाएगा पाइपलाइन कारोबार

10-👉सरकार 33 कंपनियों में बेचेगी अपनी हिस्सेदारी, जारी की लिस्ट

11-👉इंडियन रेलवे जो देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक उद्यम और सबसे बड़ा नियोक्ता कभी हुआ करता था अब उसको खण्ड खण्ड कर प्राइवेटाइजेशन करने का पूरा रोड मैप मोदी सरकार ने कल जनता के सामने रख दिया है।

 Coal, GAIL, BHEL, SAIL,NTPC,LIC; IOC ,BPCL,ONGC, महारत्न कंपनियां हैं

⭐सरकार अगर घाटे वाली कम्पनी बेचे 
तो भी जनता को सरकार से सवाल करना चाहिए कि अगर कंपनी घाटे में तो खरीदने वाले कौन है और वो इसे कैसे फायदे में ले आएंगे?
जनता द्वारा सवाल नहीं करने की ये ही आदत देश चंद पूंजीपतियों का गुलामी की ओर बढ़ रहा है!

#मैं-देश_नहीं_बिकने_दूंगा कहकर पूरा देश बेच दिया।

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