Tuesday, 1 August 2023

अनगिनत "मानव बम"

यह दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना चरमपंथी विचारधारा के खतरों और राज्य प्रायोजित और पोषित आतंकवादी मीडिया के जहरीले प्रभाव के बारे में एक मजबूत संदेश देती है।  "चेतन सिंह" एक ऐसे व्यक्ति का उदाहरण है जो अपने चरमपंथी विचारों में अकेला नहीं है।  राज्य द्वारा समर्थित और प्रचारित आतंकवादी मीडिया चैनलों से जहरीले प्रचार के निरंतर प्रवाह के परिणामस्वरूप समाज के भीतर अनगिनत "मानव बम" का निर्माण हुआ है।  ये रूपक "मोबाइल बम" कहीं भी मौजूद हो सकते हैं और किसी भी क्षण फट सकते हैं।

 यह घटना स्पष्ट करती है कि सत्ता की फासीवादी प्रकृति इतनी हिंसक, घृणित और प्रतिकारक है कि इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती।  यह उन घातक तरीकों पर प्रकाश डालता है जिनसे चरमपंथी विचारधाराएं समाजों और व्यक्तियों में घुसपैठ कर सकती हैं, उन्हें हिंसा और आतंक के उपकरणों में बदल सकती हैं।

 फासीवाद का इलाज क्रांति और प्रगति की भावना में निहित है, जिसका प्रतीक "इंकलाब जिंदाबाद" है।

  यह घटना चरमपंथी प्रचार के खतरों के खिलाफ एक चेतावनी और क्रांति और प्रतिरोध की शक्ति के माध्यम से ऐसी दमनकारी विचारधाराओं का विरोध करने के लिए  तत्काल आह्वान  करती है।


No comments:

Post a Comment

१९५३ में स्टालिन की शव यात्रा पर उमड़ा सैलाब 

*On this day in 1953, a sea of humanity thronged the streets for Stalin's funeral procession.* Joseph Stalin, the Soviet Union's fea...