Thursday, 4 November 2021

दीप ऐसा

🔥 दीप ऐसा जो सबके घर में रोशनी बिखेरे
🍨 मिष्ठान ऐसा जो कड़वाहट दूर कर सब में मिठास घोले

एक ऐसे समय में
जब त्योहार की खुशियां संपदा का प्रतीक बन जाए
जब बड़ी आबादी खुशियों से महरूम हो
जब महँगाई ने त्योहार की खुशियाँ छीन, दिवाला निकाला हो

तब आइए
ऐसी खुशी का संकल्प लें,
जहाँ दीपक की रोशनी हर कोने-अतरे भी फैले
जग से अंधेरा मिटा सके, हर जहाँ रौशनी बिखेर सके
और हर दिल में कड़वाहट और नफरत की जगह
मिठास घोल सके, सबमें प्यार जगा सके!

ऐसी दीपावली की खुशियां लाने के लिए,
आइए संकल्प लें!

♨️ दीपावली की ढेर सारी शुभकामनाएं

-मुकुल
मज़दूर सहयोग केंद्र
'संघर्षरत मेहनतकश' पत्रिका, 'मेहनतकश' वेबसाइट और 'मेहनतकश' यूट्यूब चैनल के साथ

No comments:

Post a Comment

१९५३ में स्टालिन की शव यात्रा पर उमड़ा सैलाब 

*On this day in 1953, a sea of humanity thronged the streets for Stalin's funeral procession.* Joseph Stalin, the Soviet Union's fea...