Thursday, 29 April 2021

सज़ा दो उसे --- आदित्य कमल


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वह जो सत्तासीन है - पूंजी का चाकर
बड़बोला , लफ्फाज , तानाशाह , जोकर
वह, जो गिद्ध है लाशों के अम्बार पर मंडराता उद्धत
सत्ता के नशे में चूर , मदमत्त
वह , जो पूंजीपतियों का दुलारा है
मुनाफाखोरों , जमाखोरों को प्यारा है
वह , जो डकार कर बैठा है हर फंड
रोज़ खोद रहा जन-जन के लिए नरक कुंड
गौर करो - वह पतित अक्षम है , नकारा है
वह राष्ट्र के नागरिकों का हत्यारा है
अक्षम्य अपराधों का दोषी है वह
सज़ा दो उसे ! जनद्रोही , राष्ट्रद्रोही है वह.... !!

                          

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