Sunday, 28 March 2021

रेशमी लिपस्टिक मे सनी पूंजी



यदि तुम कविता हो 
पाश के सपनों की 
इतिहास से वाकिफ 
जर्रे जर्रे मे बसती 
क्यो फर्क करती हो  
आज और कल में
कैसे हो गया होमो सैपियंस का डीएनए 
संविधान के मुंह जीरा 
ज्योती धर्म के धन्धाखोर 
हिन्दू मुसलमान मे फैलती नफरत
देश बेचती वोट की सत्ता  
जन्मता विकास   
गद्दी मूर्खों को छोड 
नंगा होता शायर   
धर्म, लिंग, जाति को पीट पीट  
दलित शूद्र महिला पर लिखी नज़्मे 
राजाराम, टेगोर, बंकिम, सुभाष
पुलवामा शहीदों की चिताओ पर रोते  
लव लेटर टु पाकिस्तान लिख
नवाज बिरयानी पर मोदी-लार  
संघी-प्रेम कदमो तले  
भारत-पाक दोस्ती  
सैन्य-अभ्यास की गूंज  
उत्पात मचाते भक्त 
चुनाव ग्रस्त रोगी को 
कोरोना राहत का योग-वरदान 
देशद्रोही आयुर्वेदिक आंदोलन 
लोकतंत्र की कमाई 
लोग और तंत्र की लड़ाई
कमाने-लुटने की जांच   
फैसला करती गुजराती ब्रांच  
अमीर को कोरोना डर 
गरीब को लाकडाऊन खौफ़  
बागी आंदोलन-जीवी 
क्रांति खोजता 
सिस्टम को हारते हाफ़ते देखता 
गाँधी शांति भरा 
क्रांति में जोश तलाशता
विद्रोहियों का बोस बनकर 
निर्भय शांति मे डूबा  
मौत मांगता नौजवान
जिंदगी के बागी बाग मे 
इंकलाब जिंदाबाद 
गो कोरोना गो  
लॉकडाउन 
स्कूल फिर बन्द 
कोरोना पर सुप्रीम ऐलान 
बंगाल एंट्री बैन    
चुनाव मे लिपटा हिन्दुत्व 
समझदार वायरस की सुखी हड्डियों से जलती  
सरकारी खून की दलित होली 
गुंडों का बाशर्म नाच 
बेहोंश अर्धनिंद्रा में सिमटी सभ्यता 
विक्षिप्त मानसिकता से लबरेज
मन की बात सुनते लोग 
हो खुद पर शर्मसार  
करते राजतिलक तैयारी 
अवतार लेकर प्रकट होते बैंक कर्मचारी 
सड़को पर लाखो 
दिन दूनी रात चौगनी 
तरक़्क़ी की कतार मे खड़े  
चोकसी-माल्या को मिलता प्रसाद 
सबका साथ सबका विकास 
जब तक दवाई नही 
तब तक ढिलाई नही
हाथ धोते रहिये 
सैलरी से, नौकरी से 
पेंशन से, छोकरी से 
धरती से, धोकनी से
देश-भक्त सरकार
आपके साथ 
रामराज रूबरू होकर  
नोट, बैंक, रेल, हवाई-अड्डे, बीएसएनएल, एलआईसी 
राक्षश-शैतान  
विश्वविद्यालय, उच्च कोर्ट रामराज पर पसरे पड़े  
रावण-हैवान
हो गया रफूचक्र  
अब सर्च करो 
चाय
थाली और परात
खेती कानून 
एक्सप्रेस-वे का पाकिस्तानी रिस्ता 
दोस्ती के सरहद्दी पुल छापते 
अरबी, चीनी, गलवानी 
विवाद तलते
बाते भूनती  
कलकत्ता, मूम्बई, सूरत की उंचीजात बंदरगाहे  
जाति व्यापार पर काबिज चीन 
वन बेल्ट, वन रोड पर 
पाकिस्तानी सर्जिकल स्ट्राइक 
तिबत्ती सिल्क थ्रेड से बुना एक्सप्रेस-वै 
यूरोप तक पसरा व्यापार 
पूंजी से सजी दुल्हन 
रेशमी लिपस्टिक मे सनी 
भारत भविष्य विधाती   
अमृतसरी व्यापारिक कुल्चे खाकर  
अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे पर 
ग्राहक ढूंढती 
दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्सप्रेस-वै 
अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोरी कड़ाहे मे 
देश को तलता कारपोरेट दलाल 
एलिवेटीड-रोड तले राष्ट्रीय ढाबा की खाट पर   
सिलवटे पड़े चीनी सिल्क के बिस्तर पर  
शिखंडी शक्तियों की चिंता 
रेट-टैग पर चिपका पाकिस्तानी-पंजाब 
बलूचिस्तानी रूट प्रेम की लोरी गाकर  
किसानो को फायदे सिखाते अम्बानी-अडानी 
दोगुनी इन्कम की अर्ध-सरकारी बारिश मे  
किसानी फौज का दिल्ली कूच  
पौराणिक वजूद के नट-बोल्ट कसती मेट्रो 
शेषनागिनी ज़हर उगलती बीजेपी 
रेल यात्रा करते सारवरकरी 
मुहम्मद सिंह आज़ाद के गले का नाप लेते
ब्रिटिश जल्लाद 
सत्ता की भूख मिटाती 
हिन्दूत्व रस मे भीगी 
मनुवादी देश-भक्त जलेबियाँ   
बंद आंखो के कोरो से ध्यान लगाते बगुले 
भ्रष्टाचारी डीएनए पर बैठा पार्टी जीन   
शंखनाद पर पलता गद्दार 
मिक्स फ्रूट परोसकर 
आमों का स्वाद पूछते पत्रकार  
नफ़रत की आग से बिजली बनाते 
स्वदेशी तंजीमी अदाकार 
बॉलीवुड गालो की परिधि सरीखे  
ट्रैक्टर के टायरो मे परजीवी गैस भरकर 
मुंबई की शिकायत करता बॉम्बे 
ज़बरदस्त चुप्पी 
हाई-लाइट भारत का हिसाब करता अडानी का देश 
अर्थहीन बंदरगाहों बागानो पर 
संघी खूनी हाथो का अक्स 
सत्ता के अंबानी प्रधानसंतरी 
लीला देखते नीतीश, मायावती, मुलायम 
पतित पावन केजरीवाल-ममता बनर्जी 
दिल्ली-बंगाल बन  
भारत की दौड़ से बाहर  
आजमाये को आजमा आजमा  
गोटियाँ खेलता दलाल मीडिया 
लिटमस टेस्ट के घोल मे तैरता 
अन्तिम दरवाजे पर लटका बौधिकता का ताला 
भ्रष्टाचारी मानसिकता के मवाद मे डूबा 
सियासी झूठ का कारोबार 
एलेक्टोरल बॉन्ड के तिलिस्मी जादू दिखाता    
एजेन्सियों का मकडजाल 
तडी-पार स्टार प्रचारको की भीड़  
जुगाड मे लगी असहमती 
शिक्षा, स्वास्थ की बंद मुट्ठी मे 
मसले हुये बिलो का कंकाल 
ईलाका व्यापार मार्ग की जमीनो पर
नाखून उगलती ऊंगलियाँ 
मशालो की मानिंद 
चलने का जद करती 
रात की बाट जोहती 
संभलकर कदम रखती 
अफ्रीका की संगेमरमरी श्याह गुफाओ मे 
घुसने को बेसब्र औरत  
धार्मिक अफीम के नशे मे चूर
प्रवचन वर्षा कर दुख हरते नेता 
इतिहास को कोसते भविषयवक्ता 
लाचार होते बूढ़े वजूद के घुटनो को बदलना 
बेशक अब नहीं मुमकिन     
पर तुम तो कविता हो 
भूत भविष से वाकिफ  
जर्रे जर्रे पे लिख डालो लेख 
सुना दो कहानियां 
अंबानी अम्बार तले दबे 
अंबानी ब्रांड मोदी खंजर की  
किसान और कमान की 
हिमालया के ढलान की
दसम समुलास मे दर्ज  
पुरुषशुक्त बखान की । 

डॉ पवन कुमार आर्यन

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