Sunday, 10 January 2021

नीरज

प्यार अगर न थामता उम्र भर, उंगली इस बीमार उमर की, हर पीड़ा वेश्या हो जाती हर आंसू बंजारा होता।।।

 प्यार अगर न होता जग में सारा जग बंजारा होता।। 

नीरज जी की इन कालजयी पंक्तियों में जीवन का दर्शन बीज रूप में छिपा है।

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