80- 20 या 15-85 का नारा लगाने वाले 10% पूंजीवादियों के पक्ष में नहीं, बल्कि 90% गरीब मेहनतकशों के पक्ष में मतदान करे ।
धर्मसम्प्रदायवादियों व छद्म धर्मनिरपेक्षों के पक्ष में नहीं, बल्कि सम्प्रदायवाद-विरोधियों के पक्ष में मतदान करे।
राजनीतिक जातिवाद करने वालों के पक्ष में नहीं, बल्कि राजनीति में जातिवाद का विरोध करने वालों के पक्ष में मतदान करे।
खुला-छिपा जातिगत भेदभाव करने वालों के पक्ष में नहीं, बल्कि जातिगत भेदभाव, ऊँच-नीच का विरोध करने वालों के पक्ष में मतदान करे।
देशी विदेशी पूँजीशाहों का लाभ परिसम्पत्तियां बढ़ाने वाली और 90% जनसाधारण की मंहगाई, बेरोजगारी बढ़ाने वाली निजीकरण, उदारीकरण, विश्वीकरण की नीतियां
लागू करने वालों के पक्ष में नहीं, बल्कि उनका लगातार विरोध करने वालों के पक्ष में मतदान करे ।
राजाओं- महाराजाओं के दान खैरात की तरह मुफ्त राशन, मुफ्त बिजली जैसे नारों के पक्ष में नहीं, बल्कि सबको रोजगार देने, मंहगाई कम व खत्म करने, शिक्षा- स्वास्थ्य , रेलवे, सड़क आदि का निजीकरण खत्म करने की दिशा में काम करने वालों के पक्ष में मतदान करे ।
कृषि सुधार, श्रम सुधार, शिक्षा सुधार की नीतियां लागू करने वालों, उनके मौन समर्थकों व ढुलमुल विरोधियों के पक्ष में नहीं, बल्कि उन सुधारों- नीतियों का लगातार विरोध करने वालों के पक्ष में
मतदान करें
ओमप्रकाश सिंह ।
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