Friday, 25 December 2020

माओ त्से-तुंग

"हर आदमी एक न एक दिन ज़रूर मरता है, लेकिन हर आदमी की मौत की अहमियत अलग-अलग होती है I चीन के प्राचीन लेखक समा छ्येन ने कहा है, "मौत का सामना सब लोगों को सामान रूप से करना पड़ता है, परन्तु कुछ लोगों की मौत की अहमियत थाई पर्वत से भी ज्यादा भरी होती है और कुछ लोगों की पंख से भी ज्यादा हलकी I" जनता के लिए प्राण निछावर करना थाई पर्वत से भी ज्यादा भरी अहमियत रखता है ..."
--- माओ त्से-तुंग

*


No comments:

Post a Comment

१९५३ में स्टालिन की शव यात्रा पर उमड़ा सैलाब 

*On this day in 1953, a sea of humanity thronged the streets for Stalin's funeral procession.* Joseph Stalin, the Soviet Union's fea...