Sunday, 15 November 2020

हमारी पार्टी के इतिहास के कुछ अनुभव

चीन की क्रांति के अनुभव , यानी देहाती आधार क्षेत्रों का निर्माण करना , देहातों की तरफ से शहरों को घेर लेना और अंत में शहरों पर कब्जा कर लेना , संभवतः आपके बहुत से देशों में पूरी तरह लागू नहीं हो सकेंगे , हालांकि वे संदर्भ - सामग्री के रूप में आपके काम आ सकते हैं। मैं आपको विनम्रता पूर्वक परामर्श देना चाहता हूं कि चीन के अनुभवों को यांत्रिक रूप से लागू न करें। किसी भी अन्य देश के अनुभव केवल संदर्भ - सामग्री के रूप में ही काम आ सकते हैं , उन्हें कठमुल्ला सूत्र नहीं समझना चाहिए । मार्क्सवाद - लेनिनवाद का सार्वभौमिक सत्य और आपके अपने देश की ठोस स्थितियां - इन दोनों को एक - दूसरे से मिलाना जरूरी है।
 --" हमारी पार्टी के इतिहास के कुछ अनुभव "
      माओ त्से तुंग    25 सितंबर ,1956 
(लातिन अमरीका की कुछ कम्युनिस्ट पार्टियों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत का एक अंश)

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